दर्द निवारक के तौर पर बाज़ार में कई दवाइयां मौजूद हैं। डॉक्टर मरीज की आयु, लिंग व सेहत के मुताबिक उसे दवाई देते हैं।
ऐसी ही एक दवा है… एल्ट्रासेट (Ultracet) जो अच्छी दर्द निवारक मानी जाती है।
यह कोई एक दवा नहीं है, बल्कि दो दवाओं का मिश्रण है।
इस लेख में हम इसी दवा के बारे में बात करेंगे।
एल्ट्रासेट (Ultracet) क्या होती है? इसका इस्तेमाल कब और कैसे किया जाता है? इसे इस्तेमाल करने के फायदे और नुकसान क्या हैं? इन सभी सवालों के जवाब हम आपको देने की कोशिश करेंगे।
एल्ट्रासेट (Ultracet) का फ़ॉर्मूला
एल्ट्रासेट (Ultracet) दो दवाओं का मिश्रण है। जिसमें पैरासिटामोल या एसिटामिनोफेन व ट्रामाडोल शामिल हैं।
किन बीमारियों में होता है एल्ट्रासेट (Ultracet) का इस्तेमाल
एल्ट्रासेट (Ultracet) का इस्तेमाल दर्द, पीठ व जोड़ों में दर्द, मासिक धर्म में ऐंठन व दांत दर्द के लिए होता है।
कैसे करें एल्ट्रासेट (Ultracet) का उपयोग व सावधानियां
एल्ट्रासेट (Ultracet) को रोज़ाना एक निश्चित समय पर लिया जाता है।
इसे खाने से पहले या बाद में लिया जा सकता है। इसकी खुराक व उपयोग की सही विधि के बारे में चिकित्सक परामर्श आवश्यक है।
अन्य दवाइयों की तरह एल्ट्रासेट (Ultracet) की टेबलैट के निगलने को कहा जाता है।
इसके अलावा इसे पीसकर या कूटकर नहीं लिया जाता। शराब के साथ भी इसके सेवन की मनाही है।
कैसे काम करती है एल्ट्रासेट (Ultracet)
जैसा कि हमने आपको बताया कि एल्ट्रासेट (Ultracet) दो दवाओं पैरासिटामोल व ट्रामाडोल का मिश्रण है।
यह दोनों दवाएं दर्द से उत्पन्न होने वाले रसायनों को मस्तिष्क तक पहुंचने से रोकती हैं।
एल्ट्रासेट (Ultracet) को कहां स्टोर करें
एल्ट्रासेट (Ultracet) को कमरे के सामान्य तापमान 10 से 30 डिग्री के बीच में रखना चाहिए।
एल्ट्रासेट (Ultracet) के दुष्प्रभाव (Side-Effects)
एल्ट्रासेट (Ultracet) के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव समय के साथ खुद ही गायब हो जाते हैं। मगर लंबे समय तक दुष्प्रभाव बने रहें या इनका असर ज्यादा हो तो डॉक्टर की सलाह लें। एल्ट्रासेट (Ultracet) के सेवन से होने वाले साइड इफैक्ट्स कुछ इस प्रकार हैं-
- मितली व चक्कर आना
- कमज़ोरी
- नींद आना
- मुंह में सूखापन
- कब्ज़ व उल्टी
किन मरीजों के लिए नहीं है एल्ट्रासेट (Ultracet)
कुछ रोगियों को एल्ट्रासेट (Ultracet) के इस्तेमाल से पहले सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है, जिनपर इस दवाई के दुष्परिणाम देखने को मिल सकते हैं। जिन मरीजों को एल्ट्रासेट (Ultracet) का सेवन नहीं करना चाहिए, वह इस प्रकार हैं –
- गर्भवती महिलाएं
- स्तनपान करवाने वाली महिलाएं
- किडनी की समस्या से पीड़ित मरीज़
- लिवर की समस्या वाले मरीज़
एल्ट्रासेट (Ultracet) के विकल्प
एल्ट्रासेट (Ultracet) के कई विकल्प भी बाज़ार में मौजूद हैं।
यह दवाएं आप डॉक्टर की सलाह पर एल्ट्रासेट (Ultracet) के स्थान पर ले सकते हैं।
सबसे अच्छी बात है कि एल्ट्रासेट (Ultracet) से यह दवाएं सस्ती भी हैं। जहां एल्ट्रासेट (Ultracet) की एक टैबलेट की कीमत साढ़े 14 रुपए से भी ज्यादा है। वहीं विकल्प के तौर पर मौजूद दवाएं 5 रुपए से 7 रुपए प्रति टेबलैट की दर से उपलब्ध हैं।
एल्ट्रासेट (Ultracet) के विकल्प के तौर पर आप जिन दवाओं को ले सकते हैं, वो इस प्रकार है-
- टोलीडोल
- पीटी 325
- कलपोल
- रैम्सैट टैबलेट
- डोलोनैट
अंतिम शब्द
दर्द निवारक दवा के तौर पर एल्ट्रासेट (Ultracet) एक अच्छा विकल्प है।
इसमें दो दर्द निवारक दवाओं के मिश्रण हैं। जिसकी वजह से थोड़ी मंहगी होने के बाद भी इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि यह ज्यादा असरदार भी होगी।
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