आजकल की भागती दौड़ती ज़िदगी में लोगों को पेट संबंधित समस्याएं होनी आम बात हो गई है। अपच, कब्ज़, पेट दर्द अब हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन गए हैं।
तेज रफ्तार ज़िंदगी समय-असमय भोजन करने की वजह से और हमारी बदलती खान-पान की आदतों ने इन बीमारियों को बढ़ाने का काम किया है।
खासतौर पर फास्टफूड की वजह से अक्सर लोग पेट से जुड़ी समस्याओं से जूझते दिखाई देते हैं।
अब बीमारी है तो आधुनिक चिकित्सा पद्धति के पास उसका इलाज भी है। लिहाज़ा पेट से जुड़ी इन समस्याओं को दूर करने के लिए क्रेमाफीन सिरप (Cremaffin Syrup) एक अच्छी दवा मानी जाती है।
इस लेख में आप इसी दवा के बारे में जानेंगे। क्रेमाफीन सिरप क्या होता है? इसका इस्तेमाल कब और कैसे किया जाता है? इसे इस्तेमाल करने के फ़ायदे और नुकसान क्या हैं? इन सभी सवालों के जवाब हम आपको देने की कोशिश करेंगे।
कैसे बनती है क्रेमाफीन सिरप (Cremaffin Syrup)
क्रेमाफीन दो तरीके से इस्तेमाल की जाती है। एक सिरप की तरह और दूसरा गोली की तरह।
यह दो अलग-अलग दवाओं से मिलकर बनी होती है।
जिसमें एक होती है तरल पैराफिन( Liquid Paraffin) जो मल में पानी व वसा की मात्रा को बनाए रखती है।
दूसरी होती है मैग्निशियम हाईड्रोक्साइड (Magnesium hydroxide) जो आंतो में पानी बनाए रखती है और कठोर मल को नरम करती है जिससे कब्ज़ दूर होता है।
किन बीमारियों में होता है क्रेमाफीन सिरप का इस्तेमाल (Cremaffin Syrup Uses in Hindi)
क्रेमाफीन (Cremaffin) पेट से जुड़ी बीमारियों को दूर करने के लिए दी जाती है।
अगर रोगी को कब्ज़, हार्निया, अपच व सीने में जलन जैसी समस्याएं हैं तो डॉक्टर की सलाह के मुताबिक क्रेमाफीन का प्रयोग किया जाता है।
इसके अलावा कोलोनोस्कोपी से पहले आंत को खाली करने के लिए भी क्रेमाफीन का इस्तेमाल होता है।
कैसे करें क्रेमाफीन सिरप का इस्तेमाल
क्रेमाफीन (Cremaffin) का इस्तेमाल डॉक्टर के निर्देशानुसार किया जाना चाहिए। दवा की मात्रा रोगी उम्र, बीमारी व वजन को देखकर तय की जाती है। आमतौर पर क्रेमाफीन( Cremaffin) का इस्तेमाल सोने से पहले किया जाता है। मगर रोगी की हालत के मुताबिक कभी-कभी सुबह भी खुराक दी जाती है। 6 माह से छोटे बच्चे को इसकी खुराक नहीं दी जाती। स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी क्रेमाफीन नहीं दी जाती। इसके अलावा सलाह दी जाती है कि खुराक लेने के बाद वाहन ना चलाएं।
क्रेमाफीन सिरप को कहां स्टोर करें
क्रेमाफीन (Cremaffin) को कमरे के तापमान में रखें। सीधे धूप या ठंडी जगह पर दवाई को ना रखें । बच्चों व जानवरों की पहुंच से दूर रखें।
क्रेमाफीन (Cremaffin Syrup) के दुष्प्रभाव
क्रेमाफीन( Cremaffin) इस्तेमाल करने के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।
जिसमें पेट दर्द, चक्कर, उल्टी, दस्त ,खुजली, सूजन, मासपेशियों में दर्द, भूख में कमी जैसे तमाम लक्षण शामिल हैं।
दवा के सेवन के बाद अगर ऐसा कोई भी लक्षण महसूस हो तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
तो यह थी क्रेमाफीन( Cremaffin) की कहानी। जो आपको पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में सहायक होती है। हमें उम्मीद है की आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा और आपको क्रेमाफीन (Cremaffin syrup Uses in Hindi) से जुडे हर प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा और उसके साथ ही अन्य रोचक जानकारियां भी पसंद आई होंगी। अगर आप इस सम्बन्ध में कोई और जानकारी चाहते हैं तो सब्मिट करें, हम जल्द ही आपके सवाल का जवाब देंगे और अगर आपको हमारा ये लेख पसंद आया है तो लाइक करें और शेयर करें।