DC जिसके कई मायने हैं। एक मशहूर एक्रोनीम यानि लघु रूप है।
DC को हम खास तौर पर जानते हैं…. Direct Current के तौर पर।
DC का इस्तेमाल हमारे घरों में लगे उपकरणों को चलाने में होता है। इसके साथ ही DC शब्द का इस्तेमाल प्रशासनिक तौर पर और कॉमिक्स व अन्य तकनीकी रूपों में भी किया जाता है।
हम इस लेख में Direct Current के बारे में जानेंगे। इसके अलावा DC का इस्तेमाल और कहां होता है….इस पर भी थोड़ी चर्चा करेंगे।
DC Full Form – Direct Current
DC का अविष्कार कब हुआ
18वीं सदी में महान वैज्ञानिक थॉमस एल्वा एडिसन ने DC का अविष्कार किया।
19वीं सदी की शुरुआत तक अमेरिका में DC का इस्तेमाल हर काम के लिए किया जाता था।
बाद में इसके ट्रांसमिशन लॉस को ध्यान में रखते हुए AC यानि Alternate Current का प्रचलन बढ़ा।
कहां से मिलता है DC
हम सभी अपने घरों में जो भी बिजली के DC उपकरण इस्तेमाल करते हैं, उन्हें AC करंट को ही बदलकर किया जाता है।
उदाहरण के तौर पर हमारे घर में चलने वाले टेलीविज़न में आता तो AC करंट है लेकिन टेलीविजऩ उसे DC में बदलकर उसका इस्तेमाल करता है।
AC को DC में बदलने के लिए रेक्टिफायर का इस्तेमाल होता है। जो DC बनाने का एक ज़रिया यानि स्त्रोत होता है।
इसके अलावा बैटरी व सोलर सेल्स से भी DC बनाया जाता है।
DC के इस्तेमाल
DC बड़े काम की चीज़ है। इसके काफी उपयोग हैं जो हमारे जीवन को काफी हद तक प्रभावित करते हैं। आइए इसके बारे में जानते हैं-
- कम पॉवर लॉस होने की वजह से लंबी दूरी के पावर ट्रांसमिशन के लिए हाई वोल्टेज DC का इस्तेमाल होता है।
- बैटरी से मिलने वाले DC का इस्तेमाल केवल आपके वाहन को स्टार्ट करने के लिए नहीं बल्कि अब तो ई-वाहन इसी DC के दम पर फर्राटा भी भरते हैं।
- ऑटोमोबाइल सेक्टर में क्रांति के लिए DC सबसे अहम है। आपकी बाइक से लेकर हवाई जहाज तक में इस्तेमाल होनी वाली बैटरी DC ही बनाती हैं।
- आपके कम्प्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल से लेकर टेलीविजन तक सभी DC पर ही चलते हैं।
- टेलीकम्युनिकेशन में भी 48 से 72 वोल्ट के DC करंट का इस्तेमाल होता है।
DC के फ़ायदे
DC के इस्तेमाल जानने के बाद इसके फ़ायदों के बारे में तो आप समझ ही गए होंगे। फिर भी हम आपको थोड़ा और विस्तार से DC के फायदों के बारे में बताते हैं-
- लंबी दूरी की पावर ट्रांसमिशन के लिए DC कंरट का ही इस्तेमाल होता है।
- बैटरी और सोलर सेल्स की मदद से आप कहीं भी DC करंट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- घरेलू उपकरणों में इस्तेमाल होने वाले DC काफी सुरक्षित होता है। इसका अधिकतम वोल्टेज 12 से 48 ही होता है, जिससे आपको शॉक नहीं लगता।
- DC करंट पर काम करने वाले उपकरणों से बिजली की बचत भी काफी होती है।
- इसका सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि इसे स्टोर करना बेहद आसान होता है। बैटरी व सोलर सेल्स के ज़रिए DC करंट को आसानी से स्टोर किया जा सकता है।
DC के नुकसान
DC करंट के कुछ नुकसान भी होते हैं। हालांकि यह फ़ायदों के मुकाबले काफी कम हैं।
जैसे AC को DC में बदलना तो आसान है, लेकिन DC को AC में बदलना उतना ही मुश्किल है।
इसके अलावा लो वोल्टेज में DC कंरट में पॉवर लॉस बहुत ज्यादा होता है। मुख्यतौर पर DC करंट के यही मुख्य दो नुकसान हैं।
DC की अन्य फुल फॉर्म
DC करंट के बारे में तो आपने जान लिया। अब बात करते हैं… DC के अन्य रूपों की, जो करंट नहीं होते। DC के कुछ अन्य रूप इस प्रकार हैं-
- Data Compression- यह डिजीटल सिग्नल प्रक्रिया है, जिसमें किसी डेटा को स्टोर करने के लिए कंप्रेस किया जाता है। ताकि वह कम जगह और नेट का इस्तेमाल करें।
- Deputy Commissioner- यह प्रशासनिक सेवाओं में इस्तेमाल किए जाने वाला शब्द है। इसे हिंदी में उपायुक्त कहते हैं। उपायुक्त के पास जिले की कानून व्यवस्था व सरकारी योजनाओं को लागू करने की ज़िम्मेदारी के अलावा जिले से जुड़े आर्थिक व भूमि से जुड़े मामले देखने का भी अधिकार होता है।
- District Of Columbia- दुनिया के सबसे विकसित शहरों में एक व अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी को पहले District Of Columbia के नाम से ही जाना जाता था।
- Detective Comics- अमेरिका की सबसे मशहूर कॉमिक बुक में से एक डिटेक्टिव कॉमिक्स थी। जिसे डीसी कॉमिक पब्लिशर द्वारा कॉमिक बुक सीरीज़ के एक पार्ट के तौर पर चलाया गया था।
अंतिम शब्द
DC शब्द एक, अर्थ अनेक।
DC के बारे में इतनी सारी रोचक जानकारियां पढ़ने के बाद आपको भी थोडा बहुत करंट तो ज़रूर लगा होगा।
हम उम्मीद करते हैं कि DC full form in hindi से जुड़ी जानकारियां आपको अच्छी लगी होंगी। अगर अच्छी लगी हैं तो इसे लाइक करें और शेयर करें।