आप सब लगभग HIV / AIDS जैसे बीमारियों से वाकिफ होंगे, पर क्या आप जानते हैं HIV क्या है?, कैसे फैलता है ? इसके लक्षण क्या है? और इससे कैसे बचा जाये?
अगर आप इस प्रकार के सभी प्रश्नों का जवाब पाना चाहते हैं तो इस लेख को आखिरी तक पढ़िए, इसमें हमने आपको HIV Full Form in Hindi से लेकर HIV के बारे में बहुत सारी जानकारी दी है जिसे पढ़कर आप HIV के बारे में जागरुक हो सकें।
HIV Full Form in Hindi
HIV Full Form – Human Immunodeficiency Virus
HIV Full Form हिंदी में – मानवीय प्रतिरक्षी अपूर्णता विषाणु
HIV क्या होता है?
Human Immunodeficiency Virus (HIV) एक बेहद खतरनाक विषाणु होता है जो AIDS (Acquired Immunodeficiency Syndrome) जैसी घातक लाइलाज बीमारी के लिए उत्तरदायी होता है।
HIV मानव शरीर में इम्यून सिस्टम (जिसे रोग प्रतिरोधक प्रणाली कहते हैं) को प्रभावित करता है जिससे व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर हो जाती है और ऐसे में जब व्यक्ति को कोई भी बीमारी लग जाती है तो वह ठीक नहीं हो पाता है।
HIV संक्रमित व्यक्ति को अगर समय पर जल्दी इलाज नहीं मिल पाए तो व्यक्ति की मृत्यु तक हो सकती है।
HIV के सामान्य लक्षण
HIV के बहुत सारे लक्षण होते हैं। अधिकांश लोगों को पता नहीं चलता है कि वे HIV के संपर्क में आ गए हैं। HIV के संपर्क में आने पर कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार से हैं –
- बुखार होना
- भूख कम लगना
- वजन का कम होना
- रात में पसीना आना
- ठण्ड लगना
- अधिक थकान लगना
- शरीर में लाल चकत्ते होना
- मांसपेशियों में दर्द होना
- सिर दर्द रहना
- ग्रंथियों में सूजन
- महिलाओं में मासिक धर्म अनियमित हो जाना
HIV की स्टेज (Stage of HIV)
HIV को संक्रमण की गंभीरता के आधार पर तीन भागों में बांटा गया है-
1 – तीव्र HIV संक्रमण (Acute HIV Infection)
यह HIV संक्रमण की पहली स्टेज है। इस स्टेज में HIV के लक्षण तुरंत पता नहीं चलते हैं। इस स्टेज में HIV के लक्षण दिखने में चार से पांच सप्ताह का समय लग जाता है।
2 – क्रोनिक HIV संक्रमण (Chronic HIV Infection)
यह HIV की दूसरी स्टेज है, इसमें वायरस शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को धीरे-धीरे कमज़ोर करने लगते हैं। HIV की इस स्टेज में रोगी खुद बीमार महसूस नहीं करता है, पर इस स्टेज में वह दूसरे लोगों को संक्रमित कर सकते हैं।
3 – AIDS Infection
यह HIV की तीसरी स्टेज होती है। इसमें रोगी की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कमज़ोर हो जाती है और रोगी को HIV के लक्षण महसूस होने लगते हैं। तीसरी स्टेज में रोगी को अन्य संक्रमणों का खतरा भी रहता है।
HIV कैसे फैलता है?
HIV शरीर के तरल पदार्थ जैसे वीर्य, जननांग स्त्राव, रक्त, माँ के दूध के संपर्क से फैलता है। HIV के फैलने के कुछ सामान्य कारण इस प्रकार हैं –
- HIV संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन सम्बन्ध के द्वारा
- माँ से बच्चे तक स्तनपान के द्वारा
- संक्रमित व्यक्ति का खून चढ़ाने से
- HIV संक्रमित व्यक्ति के साथ ड्रग या सुई साझा करने से
HIV से कैसे बचें?
HIV से बचने से के लिए आप नीचे बताई गयी बातों को ध्यान में रखें और उसका पालन करें –
- हमेशा अपने साथी के साथ ही सम्बन्ध बनाएँ
- असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाने से बचें
- खून चढ़ाने और देने पर नई इंजेक्शन का इस्तेमाल करें
- अपनी और अपने साथी की समय-समय पर HIV जाँच करते रहिये
- HIV जाँच किया हुआ रक्त ही लें
- नाई की दुकान पर शेविंग या बाल काटने जाएँ तो हमेशा नयी ब्लेड का इस्तेमाल करने को कहें
HIV का इलाज
HIV का अभी तक कोई इलाज नहीं है लेकिन सही जानकारी की मदद से ही इससे बचा जा सकता है। HIV का अभी तक कोई टीका उपलब्ध नहीं है।
HIV की जाँच के लिए टेस्ट
HIV की जाँच के लिए मुख्य रूप से तीन प्रकार के Test किये जाते हैं –
नुक्लिक एसिड टेस्ट
इस टेस्ट के माध्यम से यह पता किया जाता है कि व्यक्ति के खून में HIV का वायरस तो नहीं है। यह टेस्ट बहुत महंगा होता है ।
एंटीजन या एंटीबाडी टेस्ट
इस टेस्ट के द्वारा व्यक्ति के खून में HIV एंटीबाडी का पता लगाया जाता है।
एंटीबाडी टेस्ट
इस टेस्ट के द्वारा व्यक्ति के खून और लार ( सलाइवा ) की जाँच की जाती है।
निष्कर्ष
इस लेख में हमने आपको HIV Full Form in Hindi के बारे में साथ ही HIV के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी आपके साथ साझा की। AIDS एक जानलेवा बीमारी है इसलिए समय-समय पर HIV की जाँच कराते रहें। और HIV से बचने के लिए ऊपर लेख में बताये गए टिप्स को ज़रूर फॉलो करें।
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