शतरंज (Chess) एक ऐसा खेल है जो आपके दिमाग की कसरत तो कराता ही है साथ ही आपके दिमाग को भी तेज करता है। चेस एक इंडोर गेम है जिसे दो व्यक्ति खेलते हैं।
पहले के समय में लोग शतरंज का खेल चेस बोर्ड पर आमने सामने बैठकर खेला करते थे लेकिन आज के आधुनिक युग में जब सब एडवांस हो गया है तो शतरंज का खेल भी इससे पीछे कैसे रह सकता है।
आज के समय में हम चेस को कंप्यूटर, मोबाईल जैसे उपकरणों पर सामने बैठे या दूर देश रह रहे किसी व्यक्ति के पास जाए बिना उसके साथ ऑनलाईन खेल सकते हैं।
शतरंज (Chess) खेलने वालों को इसके नियमों की जानकारी होना बहुत जरूरी होता है। आज के इस लेख में हम आपको चेस के इन्हीं नियमों की जानकारी देने वाले हैं।
- चेसबोर्ड (Chess Board)
- मोहरे
- चेस में जीत कैसे पक्की मानी जाती है
- मोहरों को कहां और कैसे जमाया जाता है
- मोहरों को चलने का तरीका
- शतरंज के नियम
- खेल पर अपनी पकड़ कैसे बनाएं –
चेसबोर्ड (Chess Board)- चेस खेलने का सबसे पहला नियम है इसके बोर्ड की पूरी जानकारी होना। चेसबोर्ड में कुल 64 खाने होते हैं। चेस को खेलने के लिए किसी खास व्यक्ति, औरत, पुरूष या उम्र का होना जरूरी नहीं है। शतरंज को तेज दिमाग वाला कोई भी खेल सकता है। बस आपमें एकाग्रता होनी चाहिए।
मोहरे- चेसबोर्ड में कुल 32 मोहरे या गोटियां होती हैं। जिसमें प्रत्येक व्यक्ति के हिस्से 16-16 गोटियां आती हैं। 16 मोहरों में 1 राजा, 1 रानी, 2 हाथी, 2 घोड़े, 2 ऊँठ और 8 प्यादे होते है।
चेस में जीत कैसे पक्की मानी जाती है- शतरंज के खेल में आपकी जीत तभी पक्की मानी जाती है जब आप सामने वाले खिलाड़ी को शह और मात अर्थात चेकमेट(Check-Mate) दे दें। चेकमेट तब होती है जब कोई राजा को मार गिराए।
मोहरों को कहां और कैसे जमाया जाता है- सबसे पहले अपने सभी 16 और आपके प्रतिद्वंदी के 16 मोहरों को चेसबोर्ड पर जमाया जाता है। शुरूआत हाथियों से की जाती है।
सबसे पहले हाथी को दोनों कोनों में रखते हैं। फिर साथ वाले या हाथी के बाजू वाले दूससे कोनों में घोड़े रखे जाते हैं। दोनो साईड के घोड़ों के बाजु में दोनों ऊँठ, फिर बांई तरफ राजा और दाईं तरफ रानी को रखा जाता है।
एक खिलाड़ी के मोहरों को दूसरो खिलाड़ी के मोहरों के सामने ही होना चाहिए। जैसे राजा के सामने राजा, रानी के सामने रानी। इनके आगे की पंक्ति में में 8 प्यादों को रखा जाता है।
मोहरों को चलने का तरीका
- चेस में प्यादो को छोड़कर हर मोहरे के चलने का अपना तरीका होता है। आप खुद के मोहरे दूसरे के मोहरे को मारते हुए आगे बढ़ते हैं।
- खेल का मुख्य मोहरा राजा होता है। पूरा खेल में इसे सुरक्षित रखना सबसे जरूरी होता है। राजा खेल की मुख्य मोहरा होने के बावजूद केवल एक ही कदम चल सकता है। जो कि इसे कमजोर बनाता है। राजा को किसी भी दिशा में चलाया जा सकता है।
- रानी असल जिंदगी की तरह शतरंज के खेल में भी सबसे ताकतवर होती है ये किसी भी दिशा में कितने भी कदम चल सकती है।
- हर खिलाड़ी के पास 2 हाथी होते हैं। हाथी को तिरछा नहीं चलाया जा सकता इसे अपनी इच्छा से जितने चाहे कदम चलाया जा सकता है। हाथी भी शतरंज के खेल का महत्वपूर्ण मोहरा होता है।
- ऊँठ को भी अपनी इच्छा से जितने चाहे उतने कदम चलाया जा सकता है। ऊँठ को सिर्फ तिरछा ही चलाया जा सकता।
- घोड़ा की चाल बाकी सभी मोहरों से सबसे अलग होती है। घोडे को किसी एक दिशा में ढाई कदम चलाया जाता है। घोडा ही एक एसा मोहरा होता है जो जिसे किसी दूसरे मोहरे के उपर से भी चलाया जा सकता है।
- शतरंज के खेल के सभी 8 प्यादे सैनिक के समान होते हैं। प्यादा एक ही घर आगे की तरफ चलता है और तिरछी तरफ से मोहरों को मारता है।
शतरंज के नियम
- सफ़ेद रंग को मोहरों वाला खिलाड़ी पहली चाल चलता है।
- शतरंज का एक और खास नियम कैंसलिंग होता है। इसमें आप एक साथ 2 गोटियों को चल सकते हैं।
- कैसंलिंग में दो मोहरे राजा और हाथी एक साथ चल सकते हैं जब आप राजा को बचा रहे हैं तब उसी समय हाथी को कोने से हटा कर सेटर में ला सकते है।
- कैंसलिंग में राजा को एक वर्ग की जगह 2 वर्ग चलाया जा सकता है इसके अलावा यदि चाहें तो हाथी को राजा के बाजु में रखा जा सकता है। कैसलिंग करते समय इन बातों का पालन होना बहुत जरूरी होता है।
- राजा एक ही बार कैसलिंग कर सकता है। राजा की यह पहली चाल होना जरूरी है। हाथी की भी यह पहली चाल ही होनी चाहिए। राजा और हाथी के बीच कोई मोहरा नहीं होना चहिए।
- कैंसलिंग के समय राजा के उपर चेकमेट नहीं होनी चाहिए।
- बाकी मोहरों को खतरा सामने आने पर पीछे हटाया जा सकता है लेकिन प्यादों को पीछे नहीं हटाया जा सकता है ।
- यदि प्यादा दूसरे खिलाड़ी के साईड पहुंच जाए तो इसे किसी भी गोटी की तरह खेला जा सकता है। इसे प्यादे का प्रोमोशन कहा जाता है। यानि प्रमोशन पुजिशन कहा जाता है और प्यादे की जगह आप जिस मोहरे को लाना चाहते हैं उसे प्यादे के साथ बदल दिया जाता है।
- यदि राजा को चेकमेट कर दिया जाए तो खेल खत्म हो जाता है।
- दोनों खिलाड़ी खेल खेलने से हट जाएं तब मैच ड्रॉ हो जाता है।
- यदि चेसबोर्ड में चेकमेट के लिए कोई मोहरा ही न बचा हो तब खेल को ड्रॉ कर दिया जाता है।
- जब खेल में तीन बार एक ही स्थिति बने तो मैच को ड्रॉ कराकर खत्म कर दिया जाता है।
खेल पर अपनी पकड़ कैसे बनाएं –
- ओपनिंग में दो से ज्यादा प्यादों को न चलें, कम से कम एक प्यादे से सेंटर को निंयत्रित करें अगर दो से ज्यादा का इस्तेमाल करेंगे तो ज्यादा अच्छा होगा।
- अपने घोड़े और ऊंट को पहले बाहर निकालें हो सके तो राजा की तरफ वाले घोड़े को पहले बाहर निकालें।
- अब अपने वजीर और हाथी की स्थिति पर ध्यान दें कि उन्हें कैसे बाहर निकाला जा सकता है।
- सेंटर पर अपना नियंत्रण बना कर रखें। यदि सेंटर पर आपका नियंत्रण नहीं रहेगा तो आपको बोर्ड के किसी भी दूसरे हिस्से पर जाना काफी मुश्किल हो जाएगा।
- अपने राजा को अकेला न छोड़ें, उसकी पूरी किलेबंदी करके रखें।
- खेल के शुरूआत में अपने एक ही मोहरे को बार-बार न चलें, और आसानी से मिल रहे मोहरे को लेने से पहले ध्यान दें।
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