कबड्डी आज के समय में गांव के छोटे-छोटे मैदानों से निकलकर अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुका है।
कबड्डी शब्द एक तमिल भाषा के ‘काई- पीडी’ शब्द से बना है जिसका सीधा सा अर्थ है हाथ थामे रहना।
कबड्डी को खेलते समय कई नियमों का पालन करना भी बहुत जरूरी होता हैं।
तो चलिए आज हम आपको इस लेख के माध्यम से कबड्डी खेलने के नियम बताते हैं –
कबड्डी का इतिहास
भारत की कबड्डी फेडरेशन की स्थापना 1950 में हुई थी। इसके अलावा भारतीय कबड्डी प्रीमियम लीग 26 जुलाई 2014 को शुऱू हुआ था।
कबड्डी बंगलादेश का राष्ट्रीय खेल है।
भारत में कबड्डी को 1920 के बाद नियमो के साथ खेला जाने लगा था।
कबड्डी को हु तू तू और चेडुगुडु जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है।
कबड्डी मैदान का माप
कबड्डी मैदान का माप पुरुषों के लिए (13X10 मीटर) महिलाओं के लिए(12X8 मीटर) रखना निश्चित किया गया है।
कबड्डी का खेल पुरुषों के लिए 40 मिनट और महिलाओं के लिए 30 मिनट का होता है।
एक रेड 30 सेकंड की होती है।
भारत कबड्डी विश्व कप में कितनी बार हारा है ?
कबड्डी विश्व कप पहली बार 2004 में खेला गया था।
तब से लेकर आज तक जितने भी कबड्डी विश्व कप हुए उसमें भारत ही विजयी रहा है।
वहीं पहली बार महिला कबड्डी विश्वकप 2012 में खेला गया था।
कबड्डी खेलने के लिए क्या किसी वजन सीमा का होना अनिवार्य है ?
कबड्डी के सीनियर और जूनियर दोनो वर्गों को लिए अलग-अलग वजन सीमा निर्धारित की गई है।
कबड्डी खेलने के लिए सीनियर वर्ग में पुरुषों के लिए 85kg और सीनियर वर्ग में महिलाओं के लिए 75kg वजन होना जरूरी है।
जूनियर वर्ग में पुरुषों के लिए 70kg और जूनियर वर्ग में महिलाओं के लिए 65kg वजन निर्धारित किया गया है।
कबड्डी खेलने के लिए जरूरी नियम (Kabaddi Rules in Hindi)
- कबड्डी की हर टीम में 12 खिलाड़ी होते हैं। लेकिन केवल 7 खिलाड़ी ही खेलते हैं। 5 खिलाड़ी सुरक्षित होते हैं जिन्हे विशेष परिस्थितयों में खेलाया जाता है।
- मैच में 20-20 मिनट के 2 हाफ होते हैं। और 5 मिनट का विश्राम होता है। एक हाफ के बाद टीमें पाला बदल लेती हैं।
- महिलाओं के लिए 15-15 मिनट के 2 हाफ होते हैं।
- खेल के मैदान से बाहर जाने वाला खिलाड़ी आउट माना जाता है। मैच शुरू होने के बाद लॉबी को भी मैदान का हिस्सा माना जाता है।
- रेड करने वाले खिलाड़ी को रेडर कहा जाता है। रेडर को विपक्षी टीम में प्रवेश करने से पहले कबड्डी-कबड्डी शब्द का उच्चारण करना शुरू करना होता है और तब तक बोलना होता है जब तक वह अपने कोट में वापिस नहीं आ जाता।
- जब रेडर 3 से 4 खिलाड़ियों को एक बारी में ही आउट कर दे तो इसे सुपर रेड कहा जाता है।
- डू और डाई रेड में रेडर को अंक लाना अनिवार्य होता है। प्वाईंट न लाने पर रेडर को बाहर कर दिया जाता है।
- बचाव करने वाले टीम के किसी सदस्य का पांव पीछे की रेखा से बाहर निकलने पर आउट माना जाता है।
- जब टीम के 2 या 3 खिलाड़ी रेडर को आउट कर दें तो उस परिस्थिति को सुपर टेकल कहा जाता है।
- किसी विशेष परिस्थिति में कप्तान दो बार टाईम आउट ले सकता है और इसकी अवधि 30-30 सेकेंड की होती है।
- खिलाड़ी के शरीर का कोई भाग मैदान के बाहरी हिस्से को छू ले तो खिलाड़ी को आउट करार दिया जाता है।
- मैदान पर एक अंपायर, एक टीवी अंपायर और एक रेफरी होता हैं।
- किसी भी खिलाड़ी को धक्का देकर बाहर नहीं किया जा सकता।
- किसी खिलाड़ी के बुरे व्यवहार के लिए अंपायर चेतावनी दे सकता है। यदि चाहे तो पूरी की पूरी टीम को मैच से बाहर भी कर सकता है।
- पूरी टीम के आउट होने पर विपक्षी टीम को 2 अतिरिक्त अंक मिलते हैं जिसे लोना कहते हैं।
- सबसे पहले आउट होने वाला खिलाड़ी मैदान पर सबसे पहले ही पुनः जीवित होकर आता है।
- एक बार बदला गया खिलाड़ी वापिस नहीं लिया जा सकता।
- कबड्डी में मैच का समय समाप्त होने पर यदि दोनो टीमों के अंक समान हों तो दोनो टीमों को 5-5 अतिरिक्त रेड दिए जाते हैं।
- बोनस लाईन तभी सक्रिय होती है जब बचाव टीम में 7 से 8 खिलाड़ी होते हैं।
- यदि रेडर के बाल पकड़कर या उसके कपडों को खींचकर रोकने की कोशिश की जाए तो एसा करने वाले डिफेंडर को आउट घोषित कर दिया जाता है।
हमें उम्मीद है की आपको हमारा यह लेख काफी पसंद आया होगा और आपको आपके प्रश्न कबड्डी खेलने के नियम (Rules of kabaddi in Hindi) का उत्तर मिल गया होगा और उसके साथ ही अन्य रोचक जानकारियां भी पसंद आयी होंगी अगर आप इस सम्बन्ध में कोई और जानकारी चाहते हैं तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपना कमेंट लिख के सब्मिट करें और हम जल्द ही आपके सवाल का जवाब देंगे और अगर आपको हमारा ये लेख पसंद आया तो लाईक करें और शेयर करें।
In kabaddi compitations equal points after five rad. How to play further game?
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