वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर के प्रमुख द्वार पर पानी से भरा हुआ बर्तन रखने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है और नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। इसके अलावा, ऐसा करने वाले व्यक्ति को जीवन में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है। आइए, ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषिकांत मिश्रा के माध्यम से इसके बारे में और जानते हैं।
नकारात्मक ऊर्जा का नाश होगा
पानी को वैज्ञानिक और वास्तु शास्त्र दोनों ने महत्वपूर्ण माना है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, पानी ऐसा स्रोत है जो घर की नकारात्मक ऊर्जाओं को नष्ट करने में सहायता करता है। इसलिए, घर के मुख्य द्वार पर पानी से भरा बर्तन रखने की सलाह दी जाती है। इससे बुरी शक्तियों को घर में प्रवेश करने से रोका जा सकता है और घरवालों को दुर्भाग्य से बचाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, यह आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी सुधार सकता है।
शुभ वातावरण की स्थापना
घर के मुख्य द्वार पर पानी से भरा बर्तन रखने से वातावरण शुभ बनता है। यह घर में आने वाले मेहमानों के लिए भी एक अच्छा स्वागत हो सकता है। पानी से भरा बर्तन मेहमानों के लिए एक आकर्षक दृश्य प्रस्तुत करता है और यह आतिथ्य का प्रतीक होता है।
पानी से भरा बर्तन रखने के नियम
1. बर्तन को वास्तु शास्त्र के अनुकूल सामग्री से बनाना चाहिए, जैसे कि तांबा या पीतल।
2. बर्तन का पानी नियमित रूप से बदलना चाहिए और बर्तन को भी स्वच्छ रखना चाहिए।
3. घर के दरवाजे पर पानी का बर्तन रखने के लिए वास्तु विशेषज्ञ से सही स्थान का चयन करना चाहिए।
4. बर्तन को मेज या चौकी पर रखना अधिक उचित होगा, ताकि यह मेहमानों को आसानी से दिखाई दे।
5. घर के दरवाजे पर पानी का बर्तन रखने से पहले यह सुनिश्चित करें कि यह सीधी धूप या गर्मी से दूर रखा जाए।