आजकल हर युवा का एक सपना होता है कि वह आईएएस और आईपीएस बन कर देश और माँ बाप का नाम रोशन करें।
आप सभी ने आईएएस और आईपीएस का नाम कहीं न कहीं ज़रूर सुना होगा। पर क्या यह जानने के कोशिश की आखिर ICS क्या है और आईएएस और आईपीएस कैसे बन सकते हैं।
जब कोई युवा ग्रेजुएशन कम्पलीट करता है तो उसके बाद ज्यादातर विद्यार्थी जिनकी इच्छा सरकारी नौकरी करने की होती है, उनमें ज्यादातर विद्यार्थी इंडियन सिविल सर्विस में ही जाने की सोचते हैं।
तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं… ICS क्या होता है, आईएएस और आईपीएस की शुरुआत कैसे हुई।
निम्न बिंदुओं पर डालेंगे एक नज़र:
- ICS की फुल फॉर्म क्या है?
- ICS का इतिहास
- ICS में कितनी तरह की सर्विस होती है?
ICS की फुल फॉर्म क्या है?
ICS की फुल फॉर्म (भारतीय लोक सेवा): Indian Civil Services
ICS का इतिहास-
भारत में सिविल सर्विस का जन्मदाता या यूँ कहे भारत में सिविल सर्विस की शुरुआत लार्ड कॉर्नवालिस ने की थी।
ब्रिटिश राज में इसे इम्पीरिअल सिविल सर्विस कहा जाता था। लेकिन सिविल सर्विस में तब नियुक्ति प्रतियोगिता के आधार पर नहीं होती थी और तब भारतीयों को भी सिविल सर्विस में जाने की अनुमति नहीं थी।
लेकिन लार्ड मैकाले ने भारत में आधुनिक सिविल सेवा की शुरुआत की। मतलब अब सिविल सेवा में नियुक्ति प्रतियोगी परीक्षाओं के आधार पर की जाने लगी।
लार्ड मैकाले के आने के बाद इंडियन सिविल सर्विस में भर्ती योग्यता के आधार पर होने लगी।
लेकिन शर्त यह रखी गई कि सिविल सर्विस के एग्ज़ाम लंदन में होंगे और परीक्षा पूर्णता अंग्रेजी में होगी। लेकिन 1922 के बाद भारतीय सिविल सेवा की परीक्षा भारत में होने लगी और सबसे पहले इलाहाबाद में इस परीक्षा का आयोजन किया गया।
1864 में पहले भारतीय श्री सत्येंद्र नाथ टैगोर का चयन हुआ और उन्हें प्रशिक्षण के लिए लन्दन भेजा गया और वह लगभग 30 साल तक भारतीय सिविल सर्विस में तैनात रहे।
इंडियन सिविल सर्विस का बाद में नाम बदलकर भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) रख दिया गया।
इंडियन सिविल सर्विस में आप आईएएस, आईपीएस, आईएफएस बन सकते हैं क्योंकि ये सर्विस आल इंडिया सर्विस कहलाती है।
ICS में कितनी तरह की सर्विस होती है?
अगर बात करें की भारत में सिविल सर्विस कितने प्रकार की होती है क्योंकि बहुत सारे बच्चों में इस बात को लेकर असमंजस बना हुआ है कि सिविल सर्विस की कितने प्रकार की होती है।
तो हम आपको यह बताने जा रहे हैं :
1.) All India Services (अखिल भारतीय सेवा)
इसमें तीन तरह की सर्विस होती है ।
- IAS (Indian Administrative Service)
- IPS (Indian Police Service)
- IFS (Indian Forest Service)
इनकी नियुक्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाती है और प्रशिक्षण पूरा होने पर इन्हें अलग-अलग राज्यों में काम पर भेज दिया जाता है ।
2.) Central Services
वह सर्विस होती है जिनमें से अधिकारियों को केंद्र सरकार के अधीन कार्य करना होता है। इन्हें ग्रुप A, ग्रुप B, ग्रुप C, ग्रुप D में बाँट दिया जाता है। ये अधिकारी ज्यादातर Indian Economic Service, Indian Foreign Service, Indian Postal Service, Indian Statistical Service, Indian Engineering Service में कार्य करते हैं।
अभी भारत में ग्रुप A में 60 तरह की सर्विस हैं। ग्रुप A और ग्रुप B के अधिकारियों को Gazetted ऑफिसर कहा जाता है।
3.) State Services
इसमें काम करने वाले अधिकारी राज्य सरकार के अधीन कार्य करते हैं। स्टेट सर्विस में सारी शक्ति राज्य सरकार के पास होती है। अगर आप आईएएस और आईपीएस की तैयारी कर रहे होंगे तो आपने ज़रूर सुना होगा जैसे UPPSC, HPPSC, BPSSC etc.
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे द्वारा किया गया यह छोटा सा प्रयास ज़रूर पसंद आया होगा और आपको ICS (इंडियन सिविल सर्विस) के बारे में भी पता चल गया होगा। ICS का इतिहास कितना पुराना और रोचक है, यह भी आपको इस लेख के माध्यम से जानने को मिला। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ इसे ज़रूर शेयर करें।
Who are you – aap Kon ho
What- Kya
That- kon
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Mujhe yah post bahut achcha Laga aage bhi aise hi post mujhe milati rahe aur sare jankari mile 10th pass ke liye koi job jankari mile
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